Browsing Category

जन की बात

मीडिया में जनता के मुद्दों के लिए अब जगह नहीं है। इस पोर्टल पर जनता के मुद्दों को ज्यादा से ज्यादा जगह देने का प्रयास किया जाता है।

नशे और नफरत के खिलाफ सड़कों पर उतरेंगी महिलाएं

त्रिलोचन भट्ट उत्तराखंड आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाने वाली महिलाओं ने इस बार में लोक सभा चुनाव से ठीक पहले फिर से सड़कों पर उतरने का ऐलान किया है। इस बार महिलाएं उत्तराखंड को नशे और नफरत से मुक्त करने के लिए सड़कों पर उतरेंगी। उत्तराखंड…

देहरादून पहुंची भगत सिंह जन अधिकार यात्रा

56 दिन पहले कर्नाटक के बैंगलुरु से शुरू हुई भगत सिंह जन अधिकार यात्रा आज यानी 3 फरवरी 2024 को देहरादून में थी। देश के विभिन्न हिस्सों के यात्री सुबह दून लाइब्रेरी पहुंचे। यहां से नारे लगाते हुए लैंसडौन चौक, कनक चौक, राजपुर रोड होकर गांधी…

भारत बनाया जा रहा तालिबानी देश

जीतेगा भारत हारेगी नफरत अभियान के तहत सामाजिक संगठनों और विपक्षी राजनीतिक दलों से देहरादून में गणतंत्र दिवस के मौके पर ‘संविधान बचाओ, देश बचाओ‘ यात्रा निकाली। बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिमा से शुरू हुई यह यात्रा गांधी पार्क तक पहुंची और…

संवैधानिक अधिकारों के लिए एकजुट हों महिलाएं

उत्तराखंड महिला मंच का 30वां स्थापना दिवस बुधवार को नगर निगम ऑडिटोरियम में मनाया गया। इस मौके पर आयोजित सम्मेलन में महिला अधिकारों, महिलाओं पर होने वाले अपराध और घरेलू हिंसा, महिला कानून, नशे की बढ़ती प्रवृत्ति से महिलाओं पर पड़ने वाले प्रभाव…

संविधान बचाने के लिए होना होगा एकजुट: प्रशांत भूषण

सुप्रीम कोर्ट के सुप्रसिद्ध वकील और एक्टिविस्ट प्रशांत भूषण ने कहा है कि मौजूदा दौर में संविधान और संवैध्धनिक संस्थाओं पर हमले तेज हो गये हैं। इस तरह के हमलों की चपेट में हमारी सभ्यता भी है। इन हमलों से जो तबाही होगी, उसका दंश हम सभी को…

सुरंग हादसा: शर्म को गर्व में बदलने का खेल

त्रिलोचन भट्ट  41 जिन्दगियां पूरे 17 दिन अंधेरी सुरंग में फंसी रही, टेक्नोलॉजी के इस युग में, जब हम इस बात पर इतरा रहे हों कि हम चांद पर पहुंच गये हैं, यह शर्मनाक स्थिति है। लेकिन, बेशर्मी देखिये कि 17 दिन बाद जब सुरंग में फंसे इन मजदूरों…

देहरादून में कारपोरेट के खिलाफ किसान-मजदूर महापड़ाव

देहरादून किसान मजदूर  महापड़ाव के पहला दिन संविधान दिवस के रूप में मनाया गया। इस मौके पर संविधान की प्रस्तावना की शपथ ली गई और संविधान की मूल भावना के साथ छेड़छाड़ करने के प्रयासों का पुरजोर विरोध किया गया। इस मौके पर उत्तरकाशी की सिलक्यारा…

संविधान दिवस: मजदूरों को तो कभी नागरिक माना ही नहीं

त्रिलोचन भट्ट आज संविधान दिवस है। आज ही के दिन, यानी 26 नवंबर 1949 को 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा में भारत के संविधान को अंगीकृत किया गया था। संविधान की प्रस्तावना कहती है कि भारत के समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक…

रेस्क्यू में फोकस सिर्फ प्लान-एक पर ही क्यों है ?

त्रिलोचन भट्ट  13 दिन से सुरंग में फंसे मजदूरों के रेस्क्यू के नाम पर अब तो लगता है मजाक किया जा रहा है। एक पूरा दिन सुरंग के पास बिताने में बाद मुझे यह बात तो अच्छी तरह से समझ आ गई थी कि मजदूरों को बचाने के बजाय सुरंग को बचाने पर…

टनल हादसा : कहीं उपवास, कहीं दिया ज्ञापन

उत्तरकाशी के सिलक्यारा में 6 दिन बाद भी टनल में फंसे हुए 41 लोगों को रेस्क्यू न किये जाने पर जन संगठनों ने नाराजगी जताई है। टनल के फंसे हुए लोगों के स्वास्थ्य को लेकर चिन्ता व्यक्त करते हुए इन संगठनों ने जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचकर…