ढोल बिना पहाड़ सूना
ढोल पहाड़ की शान हैं। यदि कहा जाय कि ढोल के बिना पहाड़ सूने होते हैं तो इसमें गलत नहीं। हर संस्कार में, हर खुशी में, हर पर्व पर ढोल बजते हैं। लेकिन ढोल वादकों को कभंी सम्मान का अधिकारी नहीं माना गया। 18 जनवरी 2024 की शाम को जब दून पुस्तकालय…